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Navratri 2024: एक हाथ कमल तो दूसरे में त्रिशूल, क्या है देवी दुर्गा के अस्त्र-शस्त्र की पौराणिक कथाएं

नवरात्रि में नौ दिन तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पुजा की जाती है. देशभर में नवरात्रि के इन नौ दिनों में भक्ति भाव का माहौल रहता है. सभी देवी-देवताओं में मां दुर्गा को सबसे शक्तिशाली देवी माना जाता है. नवरात्रि के इस पावन अवसर पर आपको मां दुर्गा के पास मौजूद उन्हीं शस्त्रों और प्रतीक चिन्हों के बारे में बनाएंगे.

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Babli Rautela
Navratri 2024
Courtesy: Pinterest

Sharidiye Navratri 2024: नवरात्रि में नौ दिन तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पुजा की जाती है. देशभर में नवरात्रि के इन नौ दिनों में भक्ति भाव का माहौल रहता है. सभी देवी-देवताओं में मां दुर्गा को सबसे शक्तिशाली देवी माना जाता है. मां दुर्गा को कई देवताओं की शक्तियां मिली हुईं हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा कई बार हुआ है जब धरती पर दानवों का अंत करने के लिए मां दुर्गा ने अलग-अलग रूप धारण कर धरती को दानवों से मुक्त किया है. मां दुर्गा की दसों भुजाओं में शस्त्र और कई प्रतीक चिन्ह आपने देखे होंगे. जिनके जरिए वे अपने भक्तों की रक्षा करती हैं. ज्योतिषाचार्य उपमा सिंह ने बताया की मां दुर्गा के शस्त्रों में त्रिशूल से लेकर सुदर्शन चक्र तक क्या क्या शामिल है. नवरात्रि के इस पावन अवसर पर आपको मां दुर्गा के पास मौजूद उन्हीं शस्त्रों और प्रतीक चिन्हों के बारे में बनाएंगे.

त्रिशूल 

मां दुर्गा को त्रिशूल भगवान शिव ने भेंट किया था. इस त्रिशूल की तीन तीक्ष्ण धार हैं जो तीन गुण यानि तमस, राजस और सत्व का प्रतीक हैं.

सुदर्शन चक्र

मां दुर्गा को सुदर्शन चक्र भगवान कृष्ण से मिला है. सुदर्शन चक्र इस बात का प्रतीक है कि पूरी सृष्टी देवी मां द्वारा नियंत्रित है. सृष्टि केंद्र है और ब्रह्मांड इसके इर्द गिर्द घूमता है.

कमल

मां दुर्गा के हाथों में मौजूद कमल का फूल भगवान ब्रह्मा का प्रतीक माना जाता है. जो ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है. इस आधे खिले कमल को अंधेरे मन में आध्यात्मिक चेतना के उदय का प्रतीक माना जाता है.

धनुष और बाण

मां दूर्गा को धनुष और बाण पवनदेव और सूर्यदेव द्वारा दिए गए हैं, जो ऊर्जा का प्रतीक हैं. धनुष संभावित ऊर्जा और तीर गतिज ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है. कहा जाता है कि इससे मां दुर्गा ही हैं जो ब्रह्मांड में ऊर्जा को नियंत्रित करती हैं.

तलवार

तलवार मां दुर्गा को भगवान गणेश द्वारा प्रदान की गई है. जिसे बुद्धि और ज्ञान का प्रतीक माना गया है. तलवार बुद्धि की तीक्ष्णता का प्रतिनिधित्व करती है तो वहीं उसकी चमक ज्ञान का प्रतिनिधित्व करती है.

वज्र

मां दुर्गा को वज्र इंद्रदेव द्वारा उपहार में दिया गया है. वज्र को त्मा की दृढ़ता और मजबूत संकल्प शक्ति का प्रतीक बताया गया है. मां दुर्गा अपने भक्तों को अदम्य इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास से युक्त एक सशक्त व्यक्ति बनाती हैं.

भाला

मां दुर्गा के हाथों में भाला शुभता का प्रतीक है. ये भाला देवी दुर्गा को अग्नि भगवान द्वारा भेंट में दिया गया हैं. भाला उग्र शक्ति का भी प्रतिनिधित्व करता है, जो सही और गलत में भेद कर उसके अनुसार कार्य करने के बीच का अंतर जानता है.

सांप

मां दुर्गा के पास मौजूद भगवान भोलेशंकर का सांप ऊर्जा और चेतना का प्रतीक है. जो नई चीजों का अनुभव करने का आग्रह करता है. 

कुल्हाड़ी

भगवान विश्वकर्मा से मां दुर्गा को एक कुल्हाड़ी और कवच भी प्राप्त हुआ है. जोकि बुराई से लड़ने और किसी भी परिणाम से ना डरने का का प्रतीक है.