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Navratri 1st Day 2024: 3 अक्टूबर से शुरू होंगे शारदीय नवरात्रि, पंडित जी से जानें पहले दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

हिन्दू धर्म में कलश स्थापना का बहुत महत्व बताया गया है. नवरात्रि के पहले दिन व्रती अपने घर में कलश स्थापना करते हैं. कलश को देवी मां दुर्गा का प्रतीक, उनकी शक्ति का प्रतीक माना जाता है. तो आइए जानते है कलश स्थापना करने का शुभ मुहूर्त. और कलश स्थापना के दौरान वो कौन से नियम हैं जिनका हमें ख्याल रखना चाहिए.

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Babli Rautela
Navratri 1st Day 2024
Courtesy: Pinterest

Navratri 1st Day 2024: हिन्दू धर्म में कलश स्थापना का बहुत महत्व बताया गया है. नवरात्रि के पहले दिन व्रती अपने घर में कलश स्थापना करते हैं. कलश को देवी मां दुर्गा का प्रतीक, उनकी शक्ति का प्रतीक माना जाता है. इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और ये घर में शांति और समृद्धि ले कर आता है, इसलिए देवी मां दुर्गा का आवाहन करने के लिए कलश में जल भरकर उसमें अक्षत, रोली आदि डालकर उसे स्थापित करते हैं. 

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

ज्योतिषाचार्य उपमा सिंह ने बताया की पंचांग के अनुसार इस साल यानि 3 अक्टूबर 2024 को शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा ति​थि रात के 12:18 मिनट पर शुरू होगी और शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ 3 अक्टूबर दिन गुरुवार से होगा. वहीं, कलश स्थापना करने के लिए 3 अक्टूबर के दिन दो मुहूर्त बन रहे हैं. पहला शुभ मुहूर्त सुबह 6:15 मिनट से लेकर 7:22 मिनट तक रहेगा. इस दौरान आप घट स्थापना कर सकते हैं. वहीं दूसरा मुहूर्त दोपहर में अभिजीत मुहूर्त है, जिसे कोई भी शुभ काम करने के लिए सबके अच्छा समय माना जाता है. इसलिए आप अगर सुबह में घट स्थापना ना कर पाएं तो दिन में आप 11:46 मिनट से दोपहर 12:33 मिनट के बीच भी कलश स्थापना कर सकते हैं.

इन बातों का रखें खास ख्याल

अब बात करते हैं कलश स्थापना के दौरान वो कौन से नियम हैं जिनका हमें ख्याल रखना चाहिए.

  • सबसे पहले अपने घर के मंदिर के पास जहां आप ने माता की चौकी लगाई हो, उस स्थान को अच्छे से साफ और पवित्र कर लें.
  • ध्यान रहे कि यह स्थान पूर्व या उत्तर दिशा में ही हों.
  • इसके बाद कलश लें, उस पर लाल कलावा बांधें और जल भरें.
  • कलश में रोली, चावल, एक सिक्का, गंगाजल की कुछ बूंदे डालें.
  • एक नारियल पर लाल रंग की चुनरी लपेटें और कलश के ऊपर उस नारियल को रख दें.
  • कलश पर कुमकुम से तिलक लगाएं और उसे माता की चौकी के पास स्थापित कर दें
  • इस दौरान मन में माता का जाप करते रहें और मन में किसी भी प्रकार का कोई नकारात्मक भाव न आने दें. 
  • नवरात्रि में कलश के सामने मिट्टी के बरतन में जौ भी बोए जाते हैं. मान्यता है कि जब सृष्टि का आरंभ हुआ था तो जौ सबसे पहली फसल थी जो धरती पर उगी थी इसलिए इसे पूर्ण फसल भी कहते हैं.
  • आखिर में मां दुर्गा के आगे अखंड ज्योति जलाएं और देवी के मंत्रों का जाप करें विधि विधान से पूजा करें. पूरे नवरात्रि के दौरान कलश की विधि विधान से पूजा करें और नवमीं तिथि पर पूजा कर कलश और जौ का विसर्जन जरूर करें.
  • हिंदु धर्म में कलश को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है. उसके अलग से पूजा भी होती है इसलिए कलश स्थापना को बेहद मंगलकारी माना जाता है. यह हमें शुद्धता और पवित्रता बनाए रखने की प्रेरणा देता है और घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाता है.