History of Kakanmath Temple Sihoniya: भारत में अनेकों मंदिर हैं. हर मंदिर की अपनी एक अलग कहानी है. हजारों साल पहले बनाए गए मंदिर आज भी जस के तस खड़े हैं. भारत के कई मंदिर आक्रमणकारियों का शिकार हुए. महमूद गजनवी से लेकर मुगल काल तक भारत के मंदिरों पर खूब अत्याचार किया गया है. एक ओर आक्रमणकारी मंदिर को नष्ट कर जाते थे. दूसरी ओर हिंदू धर्म के अनुयायी अपनी भक्ति के दम पर फिर से मंदिर का निर्माण कर देते थे. भारत में बहुत से ऐसे मंदिर भी हैं, जिसके बनने की कहानी अजीबो गरीब है.
हम जिस मंदिर की कहानी बताने जा रहे हैं उस मंदिर का नाम ककनमठ मंदिर है. इस मंदिर का निर्माण कैसे हुआ. इसके पीछे की कहानी बड़ी दिलचस्प है. कुछ लोगों का कहना है कि इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में कछवाहा वंश के राजा कीर्ति ने करवाया था. हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकती है. वहीं, कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि यह मंदिर अचानक एक रात अपने आप बनकर तैयार हो गया था. आज भी यह मंदिर अपने आप में एक रहस्य है.
यह मंदिर मध्य प्रदेश के मध्य प्रदेश में सिहोनिया में है. मंदिर की हालात बहुत जर्जर बताई जा रही है. इस मंदिर की मूर्तियों को ग्वालियर के संग्रहालय में रखा गया है. मंदिर का हालत भले ही जर्जर हो चुकी है फिर भी लोग यहां दर्शन करने आते हैं.
इस मंदिर के निर्माण किस तरह किया गया आज भी अपने आप में यह रहस्य बना हुआ है. कुछ लोगों का कहना है कि भूतों ने इस मंदिर को रातों रात बनाया था. हालांकि, सच्चाई क्या है अभी तक इससे पर्दा नहीं उठ सका है.